मिनिमम 15,00 रुपया का होना चाहिए*
*मध्यम वर्गीय साल में मुश्किल से करता है दो या तीन बार यात्रा*
*क्या मध्यम वर्गीय कार चालक साल में 3 हजार रुपये का टोल देता है ?*
*(अभय सिंह चौहान)*
जब भी बात किसी सफर पर जाने की होती है तो लोग अलग-अलग वाहनों से सफर करते हैं। कोई ट्रेन से तो कोई प्लेन से और कई लोग तो अपनी गाड़ी से ही यात्रा पर निकल जाते हैं। हालांकि, अगर आप अपनी कार से या टैक्सी आदि से सड़क मार्ग से सफर करते हैं तो आपको टोल टैक्स देना होता है।
जहां पहले टोल टैक्स आप कैश देकर कटवा सकते थे, तो वहीं पिछले कुछ वर्षों से फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया और इसी से अब टोल कट जाता है। इस बीच बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने फास्टैग एनुअल पास जारी करने का एलान किया है, लेकिन क्या मध्यमवर्गीय परिवार इसका फ़ायदा उठा पाएंगे,तो चलिए जानते हैं ये एनुअल पास क्या है और कौन लोग इसका लाभ ले पाएंगे।
दरअसल, 18 जून 2025 को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने सोशल मीडिया एक्स के जरिए एनुअल फास्टैग पास का एलान किया। ये पास 3 हजार रुपये में जारी किया जाएगा और इससे 1 वर्ष या 200 यात्राओं में से जो पहले पूरा होगा, तब तक ये वैलिड रहेगा। इसमें एक टोल पार करने को एक यात्रा गिना जाएगा।
अगर आप भी इस एनुअल फास्टैग पास को बनवाना चाहते हैं तो जान लें कि आप इसे 15 अगस्त 2025 से बनवा पाएंगे। इसके बाबत नितिन गड़करी ने एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा ‘3 हजार रुपये की कीमत वाला एनुअल फास्टैग पास 15 अगस्त 2025 से शुरू किया जा रहा है।’
*कैसे बनवा पाएंगे ये पास ?*
अगर आप भी इस पास को बनवाना चाहते हैं तो आप इस एनुअल फास्टैग पास को NHAI/MORTH की आधिकारिक वेबसाइट्स से बनवा पाएंगे। इसके लिए यहां पर अलग से एक लिंक दिया जाएगा, जहां पर आप क्लिक करके ऑनलाइन तरीके से ये पास बनवा सकते हैं। एक बार खत्म होने के बाद इस पास को दोबारा रिन्यू भी करवाया जा सकेगा।
अब सवाल ये उठता है कि क्या मध्यम वर्गीय कार चालक साल में तीन हजार रुपये का टोल देता है ओर यदि नहीं देता तो उसके लिए यह नया नियम कोई काम का नहीं है सर्वे के मुताबिक एक आम मध्यमवर्गीय कार चालक साल भर में मात्र दो हज़ार रुपये का टोल टैक्स देता है जबकि नए नियम में कम से कम तीन हज़ार रुपया का का पास बनवाना होगा जो उसके लिए घाटे का सौदा साबित होगा !
*अगर मेरे पास पहले से फास्टैग है तो क्या नया खरीदना होगा ?*
नहीं, आपका वर्तमान फास्टैग पात्र है। सही तरीके से वाहन की विंडशील्ड पर चिपका हो, वैध पंजीकरण संख्या से जुड़ा हो, ब्लैकलिस्ट न हो तो नया फास्टैग नहीं खरीदना पड़ेगा।
*पास किन टोल प्लाजा पर मान्य है ?*
यह राष्ट्रीय राजमार्ग और एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा पर मान्य है। राज्य सरकारों या स्थानीय निकायों द्वारा संचालित टोल प्लाजा (जैसे राज्य राजमार्ग) पर सामान्य फास्टैग की तरह शुल्क लिया जाएगा।
*पास कितने समय तक वैध रहेगा ?*
एक साल या 200 ट्रिप (जो पहले पूरा हो) तक वैध रहेगा। उसके बाद यह स्वतः सामान्य फास्टैग में बदल जाएगा। इसे जारी रखने के लिए फिर 3,000 रुपए का पास लेना होगा।
*क्या यह सभी प्रकार के वाहनों के लिए उपलब्ध है? नहीं। यह सिर्फ निजी कार/जीप/वैन के लिए है*
व्यावसायिक वाहन के लिए इस्तेमाल पर पास निष्क्रिय कर दिया जाएगा।
*ट्रिप की गणना कैसे होगी ?*
पॉइंट आधारित टोल प्लाजा में हर बार टोल’पार करने पर एक ट्रिप मानी जाएगी। आने-जाने को दो ट्रिप गिना जाएगा। बंद टोलिंग प्रणाली में प्रवेश और निकास की एक जोड़ी को एक ट्रिप माना जाएगा।
*अनिवार्य नहीं है सालाना पास लेना*
यह वैकल्पिक है। चाहे तो मौजूदा फास्टैग से सामान्य तरीके से भुगतान कर सकते हैं।
एक सर्वे के मुताबिक़ मध्यम वर्गीय परिवार सालाना मुश्किल से दो या तीन बार यात्रा करता है उसका टोल टैक्स एक हज़ार रुपया से पंद्रह सौ रुपया के मध्य आता है सरकार को चाहिए कि इसकी दो श्रेणी रखी जाए जिसमें पंद्रह सौ रुपये और तीन हज़ार रुपया के दो तरह के सालाना पास जारी किए जाएँ जिससे मध्यम वर्गीय परिवारों को लाभ हो सके !